रावल इंस्टीट्यूशंस के परिसर में दीपावली पर्व का आयोजन किया गया। दिन भर चलने वाले समारोह में विभिन्न कार्यक्रम शामिल थे। दिन की शुरुआत RIET के निदेशक डॉ. हम्बीर सिंह के संबोधन के साथ हुई, जिसमें उन्होंने हमारे दैनिक जीवन में त्योहारों के महत्व पर जोर दिया और त्यौहार हमें कैसे करीब लाते हैं पर बात करी।
इंस्टीट्यूशंस के छात्रों द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य जैसे डांडिया, राजस्थानी और भांगड़ा आदि का प्रदर्शन किया। मेले में छात्रों ने विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प, खेल और भोजन के विभिन्न स्टाल लगाए। स्टाफ और छात्रों ने विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठाया। छात्रों ने ढोल और लाइव म्यूजिक पर जमकर नाच किया। ‘ खींच मेरी फोटो ‘ – फोटो स्टूडियो मेले का लगातार आकर्षण केंद्र राहा। लकी ड्रा ने छात्रों के बीच रोमांच बनाये रक्खा।
डॉ. सोनल छाबड़ा, प्रिंसिपल, RCE ने वंशिका, बी.एड की छात्रा को उनके बेहतर नृत्य प्रदर्शन के लिए नकद पुरस्कार दिया । डॉ राजेश तिवारी, निदेशक, RIM ने मेला का सफल आयोजन के लिए शिक्षकों और स्टाफ़ के प्रयासों की सराहना की।
इसके बाद रावल इंस्टीट्यूशंस के स्टाफ़ के बीच दीपावली पर्व का उत्सव मनाया गया। सभी ने सामूहिक रूप से लक्ष्मी पूजन किया। श्रीमती अनीता कुमारी, लाइब्रेरियन को रावल इंस्टीट्यूशंस की स्थापना के दिन से उनके अथक प्रयास और समर्पित योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस्के बाद सभी ने मिलकर दीये जलाए और एक दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर अनिल प्रताप सिंह, प्रशासक, रावल इंस्टीट्यूशंस, ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली इस देश का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है क्योंकि यह अंधकार पर प्रकाश जीत को प्रदर्शित करता है तथा सभी को शुभकामनाएं दीं।